लुम्बिनी (नेपाल): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी में नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ सोमवार को बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी में नए क्षेत्रों को तलाशने तथा मौजूदा सहयोग को मजबूत बनाने के सभी आयामों पर चर्चा की।
दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाने, शिक्षा क्षेत्र में सहयोग एवं पनबिजली क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाओं को लेकर छह समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लुम्बिनी में प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से द्विपक्षीय वार्ता की। यह हमारी बहुआयामी साझेदारी में जारी सहयोग को मजबूत करने तथा नए क्षेत्रों की तलाश करने का अवसर है।’’ नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा के निमंत्रण पर मोदी बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को लुम्बिनी पहुंचे। उन्होंने यहां माया देवी मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद देउबा से मुलाकात की। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच शिष्टमंडल स्तर की चर्चा हुई।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, बैठक के बाद कुछ समझौते/सहमति पत्र पर हस्तक्षर किये गए। इसमें भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के बीच डॉ. आम्बेडकर बौद्ध अध्ययन पीठ की स्थापना के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए।
Prime Ministers @narendramodi and @SherBDeuba take part in the Shilanyas programme for the India International Centre for Buddhist Culture and Heritage in the Lumbini Monastic Zone. This Centre will deepen the cultural and people-to-people linkages between India and Nepal. 🇮🇳 🇳🇵 pic.twitter.com/n5TLc1iDUM
— PMO India (@PMOIndia) May 16, 2022
आईसीसीआर और सीएएनएस त्रिभुवन विश्वविद्यालय के बीच भारतीय अध्ययन पर आईसीसीआर पीठ की स्थापना के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए।
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और काठमांडू विश्वविद्यालय के बीच भी भारतीय अध्ययन पर आईसीसीआर पीठ की स्थापना के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए।
इसके साथ ही, नेपाल के काठमांडू विश्वविद्यालय तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के बीच भी एक समहति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए। दोनों संस्थानों के बीच स्नातकोत्तर स्तर पर कार्यक्रम के लिये संयुक्त डिग्री के लिये समझौता पत्र (एलओए) पर हस्ताक्षर किये गए।
वहीं, एसजेएनवी लिमिटेड और नेपाल विद्युत प्राधिकार के बीच अरूण4 परियोजना के विकास एवं उसे लागू करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
अपनी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि नेपाल की उनकी यात्रा का उद्देश्य ‘‘समय की कसौटी पर खरे’’ उतरे दोनों देशों के संबंधों को और गहरा करना है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष जलविद्युत, विकास और संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने को लेकर बनी समझ को आगे बढ़ाएंगे।
लुम्बिनीमा न्यानो स्वागतको लागि प्रधानमन्त्री देउवालाई धन्यवाद दिन चाहन्छु। @SherBDeuba pic.twitter.com/Fr6dXr6Rh7
— Narendra Modi (@narendramodi) May 16, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की और कहा कि वह आज खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भगवान बुद्ध सभी का कल्याण करेंगे और संसार को शांतिपूर्ण व समृद्ध बनाएंगे।
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर दोनों प्रधानमंत्रियों ने गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी में माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।’’
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अपनी एक दिवसीय यात्रा के पहले पड़ाव पर प्रधानमंत्री मोदी ने माया देवी मंदिर का दौरा किया। मोदी के साथ देउबा और उनकी पत्नी डॉक्टर आरजू राणा देउबा भी थीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ लुंबिनी मठ क्षेत्र में भारत अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्कृति और विरासत केंद्र के निर्माण के लिए शिलान्यास भी किया। इस केंद्र का निर्माण अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ (आईबीसी), नई दिल्ली द्वारा लुंबिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट (एलडीटी) के एक भूखंड पर किया जायेगा। इसका आवंटन आईबीसी और एलडीटी के बीच मार्च, 2022 में हस्ताक्षरित एक समझौते के तहत आईबीसी को किया गया था।
यह 2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी की नेपाल की पांचवीं यात्रा है। प्रधानमंत्री और उनका दल उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से भारतीय वायु सेना के एक विशेष हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचा।
PTI